घर में ऐसे करें बालतोड़ का प्रभावी इलाज

घर में ऐसे करें बालतोड़ का प्रभावी इलाज

सेहतराग टीम

शरीर के किसी भी अंग से बाल अगर टुटता है तो हमें काफी दर्द होता है। वहीं जब वो जड़ से टुटे तो वहां गांठ पड़ जाती है। वो धीरे-धीरे फुंसी का रूप ले लेती है और उसके बाद अगर उसपर ध्यान ना दिया जाए तो वो आगे चल कर फोडा बनकर हमें काफी दर्द देता है जो काफी असहनीय होता है। वहीं दर्द के साथ-साथ हमें काफी बेचैनी होने लगती है। ऐसे में हम उसे ठीक करने के लिए कई तरह की दवाओं का इस्तेमाल करते है। लेकिन उसके बावजूद भी हमें आराम नहीं मिलता है।

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अगर ऐसी किसी समस्या से आप भी परेशान है तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि आज हम आपको बताएंगे कि आखिर घरेलू चीजों का कैसे इस्तेमाल करके इस समस्या से बचा जा सकता है। तो आइए जानते है घरेलू उपाय-

बालतोड़ का घरेलू  उपचार (Home Remedies for Baltod in Hindi):

प्याज

प्याज में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं। जो स्टेफिलोकोकस ऑरियस  बैक्टीरिया से निपटने में काम आते हैं। इसके साथ ही इसमें पाया जाने वाला फेनोलिक एसिड किसी भी इंफेक्शन को बढ़ने से रोक देता है। इसके लिए आधा कटा प्याज को अच्छी तरह से पीस लें। इसके बाद इसमें शहद मिलाकर बालतोड़ में लगा लें। करीब 15-20 मिनट लगा रहने के बाद साफ पानी से धो लें। 

हल्दी

हल्दी में  एंटी इंफ्लेमेंट्री और एंटी बैक्टीरियल जैसे गुण पाए जाते हैं जो संक्रमण को खत्म करने के साथ दर्द की समस्या से छुटकारा दिलाते हैं। इसको इस्तेमाल करने के लिए पानी में थोड़ी ही हल्दी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। इसके बाद इसे प्रभावित जगह पर लगा लें। दिन में कम से कम 2 बार इसका इस्तेमाल करें। 

नीम

नीम में एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं जो बालतोड़ की समस्या को जड़ से खत्म कर देता हैं। इसके साथ ही इंफेक्शन को आगे बढ़ने से रोकती हैं। इसके लिए नीम की कुछ पत्तियों को पीस लें। इसके बाद इसमें हल्दी  पाउडर डालकर दोबारा पीस लें। फिर इसे प्रभावित जगह पर अच्छी तरह से लगा लें। सुख जाने के बाद साफ पानी से धो लें। ऐसा दिन में 1-2 बार जरूर करें। 

लहसुन

लहसुन में एलिसिन नामक तत्व पाया जाता है। जिमें अधिक मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो बालतोड़ के सबसे अहम जीवाणु स्टेफिलोकोकस ऑरियस  को बढ़ने से रोकने का काम करते हैं। लहसुन का इस्तेमाल 2 तरह से किया जा सकता है। पहला कि लहसुन की कली को पीसकर इसका रस निकालकर प्रभावित जगह पर लगाए। इसके अलावा लहसुन की कली को पीसकर इसके पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगाए। करीब 15 मिनट लगा रहने के बाद साफ पानी से धो लें। ऐसा दिन में 2 बार जरूर करें।

 

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